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Showing posts from June, 2020

जगन्नाथ पूरी रथयात्रा : जगन्नाथ मंदिर का रहस्य, मान्यताए , इतिहास , रथयात्रा , रीती-रिवाज

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          हिंदूओ के चार पवित्र धाम - बद्रीनाथ, द्वारका , रामेश्वर और जगन्नाथ पुरी जिनमे आदिगुरु शंकराचार्य ने चार मठो की स्थापना की थी।  कहा जाता हे , अगर आप किसी कारणवश इन चारो धामों की यात्रा नहीं कर सकते और जगन्नाथ पुरी में भगवान जग्गनाथ जी के दर्शन करले तो आप को  चारधाम की यात्रा का पुण्य मिलता हे।  जगन्नाथ पुरी , जो की अब पूरी के नाम से जाना जाता हे , उड़ीसा का एक तटीय नगर हे। पुरी  में निकलने वाली भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा पुरे विश्वभर में विख्यात हे, जहा होती हे पुण्य की वर्षा।               उड़ीसा के पूरी में भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र या बलराम और छोटी बहन सुभद्रा और जीजा सुदर्शन यानि अर्जुन के साथ साक्षात बीराजमान हे।  यह मंदिर की कुछ बाते बहुत ही दिलचस्प हे।  जैसे की इस मंदिर के शिखर पर एक सुदर्शन चक्र बना हुआ हे , जिसे कही से भी देखो उसका मुँह आपको अपनी तरफ ही दिखाई देखा और दिन के किसी भी प्रहर में मंदिर के शिखर की छाया नहीं बनती।मंदिर में चाहे कितने भी दर्शनार्थी आये पर  मंदिर के भोजनालय में बनने वाला प्रसाद कभी ख़तम नहीं होता , पर जब मंदिर के पट बंध होते

भारत का सबसे पुराना शहर - वाराणसी , काशी या बनारस। जानिये बनारस के इतिहास, मंदिर, घाट , खानपान और पावनकारी गंगा के बारे में।

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                         वाराणसी कहो , काशी  कहो या फिर कहो बनारस .. ..नाम सुनते ही सामने आ जाता हे पवित्र और मंगलकारी गंगा का मनोरम दृश्य।  उत्तरप्रदेश के बनारस को हिन्दुओ के सबसे पवित्र सात नगर - सप्तपुरी में अग्रिम स्थान दिया गया हे।  बनारसी साडी हो या हो बनारस का पान , काशी के पंडित हो या पावनकारी गंगा -  सब की बात ही  निराली हे।  वैसे तो यह शहर आध्यात्मिक रूचि रखने वाले लोगो में पहले से प्रसिद्द हे पर २०१४ के बाद ये राजकीय दृषिकोण से भी महत्वपूर्ण हो गया जब भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के दावेदार श्री नरेंद्र मोदी जी ने वहा से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।                पौराणिक कथाओ के अनुसार, इस शहर को भगवान शिव ने बसाया था , इसी लिए इस शहर  को शिव की नगरी भी कहा जाता हे। इतिहासकारो की माने तो  काशी नगरी को ५००० साल से भी पुराना बताया जाता हे।  ऐसा कहा जाता हे की इस नगर का नाम वहां के राजा काश के नाम पर से काशी पड़ा था।वरुणा और असि नदियों के बिच में बसने के कारण इस शहर का नाम वाराणसी पड़ा।  हिंदु धर्म के प्राचीन ग्रंथ ऋग्वेद , अथर्ववेद ,शिवपुराण और महाभारत में भी इस

જાણો અંબાજી મંદિર નું મહત્વ : કેમ ભરાય છે ભાદરવી પૂનમ નો મેળો ? શું છે તેના પાછળ નો ઇતિહાસ ?

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           આમ તો  આપણા દેશમાં ઘણા મંદિરો છે, પરંતુ કેટલાક મંદિરો એવા છે જે તેમની વિશેષ બાબતો માટે આખા વિશ્વમાં પ્રખ્યાત છે. આજે અમે આવા જ એક મંદિર વિશે વાત કરવા જઇ રહ્યા છીએ જે 358 સોનાના કળશને કારણે વિશ્વભરમાં ચર્ચાનો વિષય બની ગયું  છે. આ મંદિર ગુજરાતનું અંબાજી શક્તિપીઠ છે. અંબાજી માતા મંદિર એ ભારતના માં અંબેના શક્તિપીઠમાં એક મુખ્ય શક્તિપીઠ છે, જે અમદાવાદથી 200 કિમી અને પાલનપુરથી 20 કિમી દૂર છે.            આરસના પથ્થરોથી બનેલું આ મંદિર હજારો ભક્તોની આસ્થાનું કેન્દ્ર છે. આ મંદિર ચોથી  સદીમાં રાજા અરુણસેન દ્વારા બનાવવામાં આવ્યું હતું. અંબાજી મંદિરના નવીનીકરણની કામગીરી વર્ષ 1975 થી ચાલી રહી છે. આ મંદિરમાં માતાના શ્રી યંત્રની પૂજા કરવામાં આવે છે. કોઈ પણ આ યંત્રને સીધી આંખે જોઈ શકતું નથી , પૂજારી પણ આ યંત્રની આંખે બાંધીને પૂજા કરે છે.           આ મંદિર જેટલું રસપ્રદ છે, તેનો ઇતિહાસ પણ એટલો જ ભવ્ય . માતાના 51 શક્તિપીઠોની દંતકથા અનુસાર, માતા દુર્ગાનો જન્મ એક પુત્રી તરીકે રાજા ને ત્યાં  થયો હતો, અને તેમણે ભગવાન શિવ સાથે રાજા પ્રજાપતિ દક્ષની પુત્રી તરીકે લગ્ન કર્યા હતા. એકવાર ઋષિ  સમુદાયે યજ્ઞ

Ambaji Temple - Importance, History, Architecture, Bhadrapad Purnima Mela

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          Although there are many temples in our country, but there are some temples which are famous worldwide for their special things. Today we are going to talk about one such temple which has become the subject of discussion around the world due to the 357 gold urn. This temple is the Ambaji Shaktipeeth of Gujarat. Ambaji Mata Temple is the main Shaktipeeth in Shakti Peetha of Maa Ambe in India, which is 200 km from Ahmedabad and 20 km from Palanpur.             This temple, made of stone gems, is a center of faith for thousands of devotees. This temple was built by the ruling king Arunsen in the 6th century. The renovation of the Ambaji temple has been going on since 1975. Mother's Shri Yantra is worshiped in this temple. No one can see this instrument with a straight eye, even the priest blindfolded and worship this machine.                            As interesting as this temple is, its grand history too. According to a legend of the 51 Shakti Peethas of the mother, Mata D

जानिए अंबाजी शक्तिपीठ का माहात्म्य , इतिहास , वास्तुकला, पूजा-पद्धति , गब्बर पर्वत , भाद्रपद पूर्णिमा का मेला और परंपराओं के बारे में

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                  वैसे तो हमारे देश में बहोत सारे  मंदिर हे, पर कुछ मंदिर ऐसे भी हे जो अपनी कुछ खास बातो के लिए दुनियाभर में मशहुर है।  आज हम ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बात करने वाले हे जो अपने शिखर पे लगे ३५८  सुवर्ण कलश की वहज से दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है।  यह मंदिर गुजरात का अंबाजी  शक्तिपीठ हे।  अंबाजी माता मंदिर भारत में माँ अम्बे के शक्तिपीठो में प्रधान शक्तिपीठ हे , जो अहमदाबाद से २०० किलोमीटर और पालनपुर से २० किलोमीटर की दुरी पर है।            संगेमरमर के पथ्थरो से बना ये मंदिर हजारो लाखो भक्तो के लिए आस्था का केंद्र हे। यह मंदिर ४थि शताब्दी में वलभी शासक अरुणसेन ने करवाया था।  अंबाजी मंदिर का जिर्णोद्धार १९७५ से चल रहा हे।  इस मदिर में माँ के श्री यंत्र की पूजा होती है।  इस यंत्र को कोई भी सीधी आँखों से देख नहीं सकता , यहाँ तक की पुजारी भी आँखों पर पट्टी बांधकर इस यन्त्र की पूजा करते हे।            जितना रोचक ये मंदिर हे उतना ही भव्य  इसका  इतिहास भी।   मां के 51 शक्तिपीठों की एक पौराणिक कथा के अनुसार राजा प्रजापति दक्ष की पुत्री के रूप में माता दुर्गा ने सती के र

जानिए राजस्थान के चुनिंदा 11 शहर के बारे में और वहाँ के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में

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महाराजाओं, झीलों, अनुग्रह, भावनाओं, रोमांच और जीवंतता की भूमि, राजस्थान अपने शाही सार के साथ आपका पूरे दिल से स्वागत करता है। "खम्मा घनी", यह कहती है, और ऐसी सुंदरता है जो कभी धोखा नहीं देती है।  राजस्थान एक जादुई भूमि है जो खुशमिजाज और सर्वोत्कृष्ट आकर्षण से भरी है। जिस युग में विकास हुआ है, राज्य अपनी जड़ों और रीति-रिवाजों के प्रति सच्चा बना हुआ है। हर गली में आपको एक नई रस्म देखने को मिलेगी, हर चेहरे में आपको एक अपनापन नज़र आएगा। यह एक ऐसी भूमि है जो आपको प्यार और कई धर्मों के एक पिघलने वाले बर्तन के साथ दिखाती है जो जीवन भर एक बार मिलने के लिए होती है। राजस्थान में यात्रा करने के लिए शीर्ष 11 शहर:  1. जयपुर:  की राजधानी जयपुर, को दुनिया भर में भारतीय के गुलाबी शहर के रूप में जाना जाता है। इसकी वजह यह है कि घरों और महलों को गुलाबी रंग या गुलाबी रंगों के पत्थरों द्वारा चित्रित किया गया है। शहर में घूमने के लिए कुछ प्रसिद्ध स्थान हैं सिटी पैलेस, हवा महल, आमेर किला और महल, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय, जयगढ़ किला, नाहरगढ़ किला, जंतर मंतर, गलताजी मंदिर, बिधान मंदिर और कई और।  2. उदयप

Top 11 Cities to visit in Rajasthan, know about famous places and history of that places

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The land of Maharajas, lakes, grace, emotions, adventure, and vibrancy, Rajasthan with its royal essence welcomes you with all its heart. "Khamma Ghani", it says, and has the beauty that never betrays.  Rajasthan is a magical land full of cheerfulness and quintessential charm. In the era where development has taken over, the state remains truthful to its roots and customs. In every street you will find a new ritual, in every face, you'll see an acquaintance. It is a land that showers you with love and a melting pot of multiple religions that is meant to be visited once a lifetime.   Top 11 cities to visit in Rajasthan:  1. Jaipur: Jaipur, the capital city of Rajasthan is known as the pink city of Indian throughout the world. It's because of homes and palaces painted by pink color or stones used of pink colors. Some Famous places to visit in the city are__ City Palace, Hawa Mahal, Amer fort and palace, Albert Hall museum, Jaigardh fort, Nahargardh fort, Jan

जयपुर (गुलाबी शहर) की यात्रा के टोप 11 स्थान, इसका इतिहास, खुला समय और प्रवेश शुल्क

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जयपुर पुराने और नए का जीवंत संगम है। राजस्थान के शाही राज्य की राजधानी, जिसे पिंक सिटी भी कहा जाता है, पर कई शताब्दियों तक राजपूतों द्वारा शासन किया गया और 17 वीं शताब्दी ईस्वी में एक नियोजित शहर के रूप में विकसित किया गया। दिल्ली और आगरा के साथ, जयपुर स्वर्ण त्रिभुज बनाता है और देश के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक सर्किटों में से एक है।  राजसी इमारतें, वीरता की लड़ाइयों के किस्से, शानदार किले और महल, और बहुआयामी चरित्र, जयपुर लंबे समय से भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास में सबसे शानदार सांस्कृतिक गहनों में से एक रहा है। अपने आतिथ्य के लिए जाने वाले लोगों के साथ, जयपुर यात्रियों के लिए कई विकल्पों की पेशकश करता है। जयपुर में यात्रा करने के लिए शीर्ष 11 स्थान:  1. सिटी पैलेस:  सिटी पैलेस मुख्य महल है जहाँ से महाराजा ने शासन किया था। महल में परिसर के भीतर चंद्र महान और मुबारक महल के साथ-साथ कई अन्य इमारतें शामिल हैं। यह जयपुर के उत्तर-पूर्वी हिस्से की ओर स्थित है। खुला समय: सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक                   शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक  प्रवेश शुल्क :  भारतीयों के लिए 200 INR,  छा

उदयपुर में घूमने के लिए सबसे अच्छी 11 जगहें - झीलों का शहर, इतिहास, खुला समय, प्रवेश शुल्क (हिंदी में)

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उदयपुर का मतलब झीलों का शहर है। राजस्थान के इस शहर को "पूर्व का वेनिस" के रूप में भी जाना जाता है। सुंदर महलों और शानदार झीलों से सुसज्जित, इस लोकप्रिय पर्यटन स्थल में हनीमून जोड़े और इतिहास प्रेमियों के लिए बहुत कुछ है। यह शहर दूसरी सबसे बड़ी मानव निर्मित मीठे पानी की झील है और भारत में सबसे अधिक विदेशी बुटीक होटलों में से एक है। अगर आप हनीमून के लिए जाना चाहते हैं, फैमिली वेकेशन पर जाते हैं, या दोस्तों के साथ घूमने जाते हैं, तो उदयपुर जरूर जाएं। शीर्ष 11 स्थान जिन्हें आपको उदयपुर दौरे में शामिल करना होगा: 1. सिटी पैलेस: पिछोला झील के किनारे उदयपुर में सिटी पैलेस, राजस्थान का सबसे बड़ा शाही परिसर माना जाता है। महल में अब महल, आंगन, मंडप, गलियारे, कमरे और लटके बगीचे हैं। यहाँ एक संग्रहालय भी है जो राजपूत कला और संस्कृति के कुछ बेहतरीन तत्वों को प्रदर्शित करता है - जो राजस्थानी महलों में पाए जाने वाले रंगीन चित्रों से लेकर विशिष्ट वास्तुकला तक हैं।  खुला समय: सुबह 9:30 से शाम 5:30 तक प्रवेश शुल्क: वयस्क: 300 रु बच्चा: 100 रु 2. पिछोला झील यह मानव निर्मित झील है, जो किसी अजूबे

Top 11 places to visit in Udaipur (Lake city) , History, Open time, Entry fees all information

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Udaipur means city of lakes. This city of Rajasthan is also known as "Venice of the East". Equipped with beautiful palaces and magnificent lakes, this popular tourist destination has a lot to offer for honeymoon couples and history lovers. The city is the second largest man-made freshwater lake and one of the most exotic boutique hotels in India. If you want to go for a honeymoon, go on a family vacation, or go for a walk with friends, then a must visit of Udaipur.  Top 11 places that you must include in you Udaipur tour : 1. City Palace: The City Palace at Udaipur, on the banks of Lake Pichola, is considered the largest royal complex in Rajasthan. The palace now has palaces, courtyards, pavilions, corridors, rooms and hanging gardens. There is also a museum that displays some of the finest elements of Rajput art and culture - ranging from colorful paintings to typical architecture found in Rajasthani palaces. Open Time: 9:30 am to 5:30 pm Enrty fees :  Adult : Rs 300 Child :